महंगाई रोकने के लिए आलोचना नहीं, प्रार्थना कर रहा हूँ

ये बात में नहीं। बल्कि खुद प्रधानमंत्री मोदी को मजबूर होकर कहना पड़ा और उन्हें राज्यो से प्रार्थना करनी पड़ी।

हालाँकि ये काम देश के न्यूज़ चैनल भी कर सकते थे। लेकिन न्यूज़ वाले सिर्फ इतना बताते है की दाम बढ़ गया या घट गया है उसका कारण जनता को नहीं बताते। (हो सकता है उन्होंने बताया हो और मैने देखा न हो ) । 

हालाँकि जनता जानती है की अभी स्थिति विकराल है श्रीलंका जैसे देश भारी मुसीबत में है तो कुछ न कुछ तो परेशानी भारत में भी आएगी ही। 

लेकिन केंद्र सरकार राहत दे और राज्य सरकार उसे अपना प्रॉफिट बनाकर उससे दूसरे राज्यों में विज्ञापन निकलवाये तो समझ भी समझ से परे हो जाती है 

पीएम मोदी ने बताया कि पिछले साल नवंबर में केंद्र सरकार ने डीजल पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी घटाई थी और उन्होंने राज्यों से वैट कम करने को कहा था. लेकिन कई राज्यों ने ऐसा नहीं किया.

पीएम मोदी ने बताया कि पिछले साल नवंबर में केंद्र सरकार ने डीजल पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी घटाई थी और उन्होंने राज्यों से वैट कम करने को कहा था. लेकिन कई राज्यों ने ऐसा नहीं किया. 

श्री मोदी बोले, 'मैं किसी की आलोचना नहीं कर रहा हूं. बल्कि आपके राज्य के लोगों की भलाई के लिए प्रार्थना कर रहा हूं.'

उन्होंने बताया कि मुंबई में 120 उसके ही बगल में दमन-दीव में पेट्रोल के दाम 102 रुपये है. इसी तरह कोलकाता में 115 वहीं लखनऊ में 105, हैदराबाद में 119 तो जम्मू में 106, जयपुर में 118 वहीं गुवाहाटी में 105 रुपये पेट्रोल की कीमत है.

इस कमाई (राजस्व) से सबसे अधिक महाराष्ट्र को 3472 करोड़ रुपए मिले. तमिलनाडु को 2924, पश्चिम बंगाल को 1343, आंध्र प्रदेश को 1371, तेलंगाना को 1302, केरल को 1187, झारखंड को 664, दिल्ली को 173 और लक्षद्वीप को पांच करोड़ रुपए का राजस्व मिला. 

दिल्ली ने पेट्रोल पर वैट कम कर दिया था लेकिन डीजल पर नहीं किया था. फिर भी 173 करोड़ रुपये तो बचा ही लिए . इन आकंड़ो का सोर्स  

एक राज्य की महगाई दूसरे राज्य को कैसे लगती है?

मान लीजिये कोई फसल ( खाने पीने का कुछ समान ) एक राज्य से दूसरे राज्य तक आती है। 

मान लीजिये MP से UP प्याज आ रहा है। अगर MP में पेट्रोल महंगा है तो वहां का किराया भाड़ा भी महंगा होगा जिसे व्यापारी पे करेगा। व्यापारी को प्याज UP में MP पेट्रोल की वजह से महँगी मिली तो वो भी अपना प्रॉफिट रखकर आगे बचेगा, तो UP के लोगो को उस महगाई का सामना करना पड़ेगा। अर्थात वो प्याज उन्हें 2-5 रुपये महँगी पड़ेगी। 

इसलिए प्रधानमंत्री मोदी को उन राज्यों से कहा आलोचना नहीं प्रार्थना कर रहा हूँ।