हिंदी हैं हम, हिन्दोस्तान हैं हम - We are Hindi

हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है क्योंकि इस दिन 1949 में, भारत की संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी को भारत गणराज्य की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया था। 

हिंदी हैं हम, हिन्दोस्तान हैं हम।

पहचान है हमारी हिंदी,

हिन्दोस्तान की है ये बिंदी।

घर-घर बहती है हिंदी की धारा,

विश्व गुरु बनेगा हिन्दोस्तान हमारा,

यही है हर हिन्दुस्तानी का नारा।

ज्ञान और भाव की भाषा है हिंदी,

प्रेम का मधुर राग है हिंदी। 

न मिटने देना इसके रंग को,

यह है हर हिन्दुस्तानी से विनती,

हिन्दुस्तान एक देश है, इसकी सांस है हिंदी

न रुकने देना इसके प्रबल प्रवाह को,

हमेशा महकाते रखना इसकी सुगन्ध को।

यही हर हिन्दुस्तानी से कहते हैं हम,

हिंदी है हम, हिन्दोस्तान हैं हम।

- ब्रह्मानंद राजपूत 


हिंदी हैं हम, हिन्दोस्तान हैं हम, पहचान है हमारी हिंदी, घर-घर बहती है हिंदी की धारा, विश्व गुरु बनेगा हिन्दोस्तान हमारा - ब्रह्मानंद राजपूत


 नोट - यह कविता श्री ब्रह्मानंद राजपूत जी द्वारा लिखी गई है जिसे prabhasakshi.com से लिया गया है।